बीज मंत्र रहस्य
।।ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नमः ।।
⚪ ऐं
[ऐ, अनुस्वार]
ऐ- सरस्वती,
अनुस्वार-दुःखहरण!
अर्थ--- हे सरस्वती मेरे दुखों का अर्थातअविद्या का नाश कर!
⚪ ह्रीं
-यह शक्ति बीज अथवा माया बीज है!
[ह,र,ई,नाद, बिंदु,]
ह-शिव,
र-प्रकृति,
ई-महामाया,
नाद-विश्वमाता,
बिंदु-दुःख हर्ता!
अर्थ--शिवयुक्त विश्वमाता मेरे दुखों का हरण करे!
⚪ श्रीं
-चार स्वर व्यंजन-
[श, र, ई,अनुस्वार]
श-महालक्ष्मी,
र-धन/ऐश्वर्य,
ई- तुष्टि,
अनुस्वार-दुःखहरण
अर्थ-धन/ऐश्वर्य सम्पति, तुष्टि-पुष्टि की अधिष्ठात्री देवी
लक्ष्मी मेरे दुखों का नाश कर!
⚪ क्लीं
इसे काम बीज कहते हैं ।
[क, ल,ई ,अनुस्वार]
क--कृष्ण अथवा काम,
ल--इंद्र,
ई--तुष्टि भाव,
अनुस्वार-सुख दाता!
अर्थ - कामदेव रूप श्री कृष्ण मुझे सुख-सौभाग्य दें!
।।ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नमः ।।
⚪ ऐं
[ऐ, अनुस्वार]
ऐ- सरस्वती,
अनुस्वार-दुःखहरण!
अर्थ--- हे सरस्वती मेरे दुखों का अर्थातअविद्या का नाश कर!
⚪ ह्रीं
-यह शक्ति बीज अथवा माया बीज है!
[ह,र,ई,नाद, बिंदु,]
ह-शिव,
र-प्रकृति,
ई-महामाया,
नाद-विश्वमाता,
बिंदु-दुःख हर्ता!
अर्थ--शिवयुक्त विश्वमाता मेरे दुखों का हरण करे!
⚪ श्रीं
-चार स्वर व्यंजन-
[श, र, ई,अनुस्वार]
श-महालक्ष्मी,
र-धन/ऐश्वर्य,
ई- तुष्टि,
अनुस्वार-दुःखहरण
अर्थ-धन/ऐश्वर्य सम्पति, तुष्टि-पुष्टि की अधिष्ठात्री देवी
लक्ष्मी मेरे दुखों का नाश कर!
⚪ क्लीं
इसे काम बीज कहते हैं ।
[क, ल,ई ,अनुस्वार]
क--कृष्ण अथवा काम,
ल--इंद्र,
ई--तुष्टि भाव,
अनुस्वार-सुख दाता!
अर्थ - कामदेव रूप श्री कृष्ण मुझे सुख-सौभाग्य दें!
ટિપ્પણીઓ નથી:
ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો