મંગળવાર, 18 જૂન, 2019

डेंगु से बचाव

पं.विशाल दयानन्द शास्त्री द्वारा
जानिए की क्या हैं डेंगू ( डेंगू की
सारी जानकारी जिसे जरूर शेयर
करें..!!!

छोटी छोटी युक्ति डेंगू सें मुक्ति..
पानी ठहरेगा जहां डेंगू पनपेगा वहां..
एडिड मछर से फैलता है डेंगू..
खुद डॉक्टर ना बने
सारे घर को चेक करें, टायर,ट्यूब, प्लास्टिक के डिब्बे ,कूलर,
फ्रिज का वेस्ट पानी ,अगर पानी हो
तो सरसों का तेल, केरोसिन ,पेट्रोल ,डीजल डालें..
डेंगू तीन प्रकार का होता है..
1.क्लासिकल...
2.हैमरेजिक...
3.शोंक सिंड्रोम...
क्लासिकल साधारण डेंगू है जो की कुछ समय
बाद खुद ठीक हो जाता है. अधिकतर
मरीज इसी डेंगू सें पिड़ित हैं..
ये होते हैं डेंगू के असली लक्षण -----
(1) तेज बुखार आना..
(2) सर भारी या सिर् में दर्द..
(3) उल्टी की शिक़ायत या
जी मिचलाना..
(4) सारे शरीर में दर्द..
(5) 3 से 4 दिन बाद भी बुखार का उतरना चढना..
रोग के ज्यादा बढ़ने पर:-
(1)मसूड़ो सें खून आना, नाक कान मुंह सें भी खुन
आ सकता है..
(2) शरीर पर लाल रंग के चकते उभरना..
तुरंत हस्पताल में जाऐं..
क्या होती हैं डेंगू की अफवाएं
???
आपको जानकर आशचर्य होगा की डेंगू कोई
गम्भीर बीमारी
नहीं है..
समय पर सचेत ना होने पर ,खुद डॉक्टर बनने पर,गलत
दवाई लेने पर,ज्यादा घबराने पर,खाना पीना छोड़ देने
पर और समय पर दवाई ना लेने पर ही यह रोग
गंभीर हो जाता है..
प्लटलेट का राज क्या हैं...???? प्लेटलेट..
हमारे शरीर में जिसे प्रतिकार शक्ति है वो इन
प्लेटलेट के कारण मिलती है, ऐक सामान्य
इन्सानमें 150000 सें 450000 प्लेटलेट्स होंने चाहियें..
नोटः- मौसमी बुखार में भी हमारे
प्लेटलेट्स कम हो सकतें हैं इसलिए हर बुखार को डेंगू ना मानें..
दूसरी बात 40000 तक प्लेटलेट्स रह जाएं
तो भी ना घबराएं..
25000 प्लेटलेट वाले मरीज ने
भी इलाज मिलने के बाद 3 से 4 दिन में
ही रिकोवर कर लिया..
जानिए की प्लेटलेट घटते कैसे हैं ..????
(1)किसी भी प्रकार का तरल ना लेने
पर..
(2)सामान्य बुखार में दी जाने वाली
दवाएं जैसे की एंटी बायोटिक लेने
पर,एंटी बायोटिक हमारे शरीर के
प्लेटलेट्स पर असर डालती हैं..
(3)मानसिक रूप सें कमजोर होने पर.घबरा जाने पर.आप अपने
दिमाग पर जोर देंगे हौसला छोड़ देंगे तो प्लेटलेटस घटने लगेंगे..
जानिए की प्लेटलेट्स बढेंगें कैसे. ???...
(1)ज्यादा सें ज्यादा तरल पदार्थ पीने पर चाहे वो
RO का पानी ही क्यों न हो..
(2)हर 1 या 2 घण्टे में बार बार पीने को दें..
(3)अगर उल्टी आए तो ग्लूकोस चढ़वा सकते हैं..
(4)हौसला बनाये रखे इससें भी प्लेटलेट्स बढ़ने
में मदद मिलेगी.
मरीज जल्दी रिकवर करेगा..
(5)पीने में सिर्फ RO का या गरम करके ठंडा किया
हुआ पानी दें.नारियल पानी, अनार
ज्युस ,मिक्स ज्युस, फ्रूटी, दूध ,
बकरी का उत्तम है..
(6)घरेलू उपचार में गिलोय और पपीते के पत्तों को
पीस कर रस पिला सकते हैं..गेहूं के हरे पोधे का
रस भी उत्तम है..
(7)बुखार आने पर सिर्फ पारासिटामोल की टेबलेट
ही लें.
एस्प्रिन ,ब्रुफिन् हरगिज न लें,आजकल
मार्किट में प्लेटलेट्स बढ़ाने की गोली
भी आइ हुई है, आप वो भी ले डाक्टरी सलाह पर  ले
सकतें हैं..
कुछ रोचक तथ्य:---
(1)डेंगू का बुखार लगभग 2 सें 10 दिन तक ही
रहता है, हमारे शरीर की रोग
प्रतिरोधक शमता इसे हमारे शरीर के हिसाब सें
काबु कर लेती है..
(2)कई हस्पतालों में आपके प्लेट्लेट्स को कम करके दिखाया
जाता है, 60000 को 40000 दिखाकर आपको एडमिट कर लेते
हैं, ऐसी कई शिकायतें मिलीं हैं,
सिविल हॉस्पिटस्ल में अब डेंग्यु का टेस्ट उपलब्ध है..
प्लेटलेट्स का टेस्ट डेंगु का टेस्ट नहीं होता..
हमने होस्पिटल वालों की चांदी
कर रखी है, इतना सब होने के बाद
भी हम सचेत नहीं हुऐ,
अभी भी कई घरों में डेंगु के लार्वा
मिलें हैं, लोग हॉस्पिटल क़े चक्र काट रहें हैं,
लेकीन अपने घर की छ्त् का चक्र
आज तक नहीं लगाया, ऊपर कहीं
पानी जमा तो नहीं..
धुंए की मशीन लाने के लिए 10
रूपये नही दे सकत्ते, डॉक्टर को 10000 दे
देंगे..
50 रूपये का केरोसीन गली वाले
खड़े पानी में नहीं डाल सकतें
50000 हॉस्पीटल में दे देंगे..
सचेत रहें,डेंगू सें बचके रहें.
लोक जागृतिके लिये जनहित में जारी, अपने
सभी चाहनेवालोंको फोरवर्ड करें..

ટિપ્પણીઓ નથી:

નવરાત્ર-2 માઁ દુર્ગાના નવ સ્વરૂપ...

પ્રથમ નવરાત્રમાં માઁ નું સ્વરૂપ "શૈલપુત્રી" નું છે. જેમની કથા પર્વતરાજ  હિમાલયના પુત્રી સાથે જોડાયેલ  છે. માઁ નું આ સ્વરૂપ ભગવાન શ...